बुधवार, 31 अक्तूबर 2012
वन सम्पदा का सरक्षण समय की पुकार।
°°वन सम्पदा का संरक्षण समय कि पुकार°°
वन, वनस्पति और जीव-जन्तुओं का जीवन अन्य पर आश्रित है, अतः मानव मात्र का कर्तव्य है की वनस्पति या वन-सम्पदा का विकास एवं संरक्षण करें !
ज्यों-ज्यों वन सिमटते जा रहें है, पर्यावरण प्रदूषित हो रहा है, जलवायु में विनाशकारी परिवर्तन आने लगे हैं
अतः आगामी समय को मंगलकारी बनाने के लिए उच्चस्तर पर वृक्षारोपण कार्यक्रम चलाया जाना चाहिए | हमारी सभ्यता व संस्कृति वन-प्रधान रही है, इसे स्थाई व अमिट रखना हम सबका दायित्व है
निवेदक::-The Bishnoism
सदस्यता लें
टिप्पणियाँ भेजें (Atom)
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें
कृपया टिप्पणी के माध्यम से अपनी अमूल्य राय से हमें अवगत करायें. जिससे हमें आगे लिखने का साहस प्रदान हो.
धन्यवाद!
टिप्पणी: केवल इस ब्लॉग का सदस्य टिप्पणी भेज सकता है.